भ्रूण हत्या कलंक, अब बहु के लिए तरसना पड़ रहा है :- भागवताचार्य प. पु. भागीरथजी सारस्वत उदगीर:- मानवत में गिरधारीलाल जी अरुणजी काबरा परिवार की और से आयोजित भागवत कथा के पंचम दिवस पर आचार्य श्री ने समाज को हिदायत देते कहा कि आप जो अन्य को दोगे वह दुगना होकर आपको मिलेगा,आनंद दो आनंद मिलेगा लेकिन पिछले अनेक सालों से जो भ्रूण हत्या हुई है उसका फल समाज को मिल रहा है, बहुएं नहीं मिलने से अनेक परिवार दुखी हैं,दोस्ती ऐसे से करो जो सही है लेकिन आज दोस्तो की वजह से अनेक बर्बाद हो रहे हैं,भागवत कथा ज्ञान विज्ञान का संगम है आपको जितना पढ़ना है पढ़ो लेकिन धर्म और संस्कार भूलो मत,परंपरा संभालो,परंपरा लुप्त हो रही हैं,लुप्त होने के बाद मिलने वाली नहीं, गाय हमारी माता है लेकिन इस युग में गाय को छोड़ कुत्ते पाले जा रहे है यह शोकांतिका है,आज के कथा में आचार्य श्री ने बालकृष्ण लीला, गोवर्धन पूजन,रुक्मिणी स्वयंवर रचाया,आचार्य श्री ने अपने मधुर वाणी से सभी भागवत प्रेमी को मंत्रमुग्ध किया
• श्रीनिवास मदनलाल सोनी
